कोंकण संस्था के माध्यम से जरूरतमंद महिलाओं को सशक्त बनाने की अर्केमा कंपनी की पहल



कोंकण संस्था के माध्यम से जरूरतमंद महिलाओं को सशक्त बनाने की अर्केमा कंपनी की पहल








इस कार्यक्रम मैं रायगड़ जिले की ४० जरूरतमंद महिलाओं को सिलाई मशीनें वितरित की गईं।

पनवेल, रायगड़ २२ मार्च २०२४ को दोपहर में, पनवेल के शर्विल हॉल में, एक अद्वितीय और प्रेरणादायक क्षण घटित हुआ। इस हॉल में अर्केमा सिलाई स्कूल के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का आयोजन किया गया था। यहाँ नाहीं केवल एक पाठ्यक्रम का समापन हो रहा था, बल्कि एक नई शुरुआत का आरंभ हो रहा था।

इस कार्यक्रम मैं रायगड़ जिले की ४० जरूरतमंद महिलाओं को सिलाई मशीनें वितरित की गईं। यह महिलाएं आदिवासी, विधवा, आर्थिक रूप से पिछड़ी, अविवाहित और कम पढ़ी-लिखी, जिन्हें अब आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प किया गया था। इन महिलाओं को एक नई पहचान और एक सपना मिला, जिसमें वे अपने परिवार की आर्थिक जरूरतों को पूरा करते हुए, खुद को भी समर्पित करने का मौका प्राप्त करेंगी। ये महिलाएं अपनी खुद की नई पहचान बनाने और कुछ नया सीखने के लिए न सिर्फ आसपास बल्कि दूर-दराज के गांवों से भी सिलाई काम सीखने आ रही थी I महिलाओं को व्यवसाय सृजन के साधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

इस कार्यक्रम मैं अरकेमा केमिकल कंपनी के मॅनेजिंग डिरेक्टर - विवेककुमार जगताप, डिरेक्टर ह्यूमन रिसॉर्सिस & कॉम्युनिकेशन्स - दीपा अरोरा, मॅनेजर ह्यूमन रिसॉर्सिस & ऍडमिनिस्ट्रेशन्स - विपुल सावंत और कोकण संस्था के अध्यक्ष दयानंद कुबल भी उपस्थित थे।

इन गतिविधियों के तहत अगले ३ वर्षों तक ये महिलाएं ३ अलग-अलग तरीकों से अपनी आजीविका कमा सकती हैं। इस प्रकार की ट्रेनिंग कोंकण संस्था की ओर से दी गई I प्रोजेक्ट मैनेजर प्रीति पांगे ने बताया कि सिलाई का काम, गांव की अन्य महिलाओं को पढ़ाना और मशीन दुरुस्तीयोंके जरिए प्रति महिना पांच हजार से दस हजार रुपये तक कमा सकती हैं.

कार्यक्रम की शुरुआत लाभार्थियों के स्वागत गीत से हुई, जिसके बाद महिलाओं ने वरिष्ठ अतिथियों के समक्ष अपने कला कौशल का प्रदर्शन किया जिसमें नृत्य, गायन जैसी महिलाओं को आत्मविश्वास बढ़ाने वाली गतिविधियाँ प्रस्तुत की गईं।

इस सिलाई स्कूल के माध्यम से अगले एक वर्ष में गांव की 480 महिलाओं को कौशल की शिक्षा दी जाएगी। यह कार्यक्रम उनके सामाजिक जीवन स्तर को ऊपर उठाने में मदद करेगा। लाभार्थियों ने उन्हें दिए गए अवसर के लिए कोंकण संस्था और अरकेमा कंपनी को धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम में साक्षी पोटे, संदेश गायकवाड़, श्वेता चोरगे, आयुष आंग्रे, अभिजीत रेडेकर, साहिल पाटील, इमैनुएल दास और प्रशिक्षक कलावती घरात मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन सुनिता मर्चंडे ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रीति पांगे इन्होने किया।





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