सिविल डिफेंस स्वयंसेवक अक्सर गणेश विसर्जन जैसे बड़े सार्वजनिक आयोजनों के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए
सिविल डिफेंस स्वयंसेवक अक्सर गणेश विसर्जन जैसे बड़े सार्वजनिक आयोजनों के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए
सिविल डिफेंस स्वयंसेवक अक्सर गणेश विसर्जन जैसे बड़े सार्वजनिक आयोजनों के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, खासकर मुंबई जैसे शहर में, जहाँ इस त्यौहार में भारी भीड़ उमड़ती है।
सिविल डिफेंस स्वयंसेवक आमतौर पर इस तरह योगदान देते हैं,
यातायात नियंत्रण: स्वयंसेवक वाहनों को निर्देशित करके और जुलूस के दौरान आवश्यकतानुसार सड़कें खुली या बंद रखकर बढ़े हुए यातायात प्रवाह को प्रबंधित करने में पुलिस की सहायता करते हैं।
भीड़ प्रबंधन: वे विसर्जन के लिए एकत्रित होने वाली बड़ी भीड़ को प्रबंधित करने में मदद करते हैं, प्रतिभागियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं और कुछ क्षेत्रों में भीड़भाड़ को रोकते हैं।
आपातकालीन प्रतिक्रिया: सिविल डिफेंस कर्मियों को प्राथमिक चिकित्सा और आपदा प्रबंधन में प्रशिक्षित किया जाता है, इसलिए वे चिकित्सा समस्याओं, दुर्घटनाओं या किसी भी अप्रिय घटना जैसी आपात स्थितियों के लिए सतर्क रहते हैं। इसके मुख्य कमान्डेंट श्रीमती राजेशवरी कोरी जी ने कार्य को बखूबी निभा रहे है. सिविल डिफेन्स के मुख्य छेत्र रक्षक श्री रविन्द्र वाडेकर कमान संभाल रहे है.
सुरक्षा समन्वय: स्वयंसेवक यह सुनिश्चित करने में मदद करते हैं कि विसर्जन स्थलों, विशेष रूप से जल निकायों पर सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जाए, और वे अक्सर विसर्जन प्रक्रिया के समन्वय में सहायता करते हैं।